आज की रात करे दूर अँधेरा डीप जले ऐसे जैसे दूर सबेरा
प्यार की सौगाते हो तारों की बारातें हो
दूरी की न बातें हो बस मुलाकातें हो
सबको यही दे की संदेशा
दीपावली गली गली बन के ख़ुशी छायी रहे
रौशनी की चादर ओहदे दीपावली आयी रे
दीपावली गली गली बन के ख़ुशी छायी रहे
रौशनी की चादर ओ हड़े दीपावली आयी रे
हाथों मे लेकर पूजा की थाली लक्ष्मी जी की आरती उतारे
माथे पे अपने तिलक लगाए आज हम अपने भाग्य सवारें
हो !हमसे धन की देवी रूठे न कभी
डोर सुख चैन की टूटे न कभी
सबको यही देती संदेशा
रौशनी की चादर ओ हड़े दीपावली आयी रे !!!
प्यार की सौगाते हो तारों की बारातें हो
दूरी की न बातें हो बस मुलाकातें हो
सबको यही दे की संदेशा
दीपावली गली गली बन के ख़ुशी छायी रहे
दीपावली गली गली बन के ख़ुशी छायी रहे
रौशनी की चादर ओ हड़े दीपावली आयी रे
हाथों मे लेकर पूजा की थाली लक्ष्मी जी की आरती उतारे
माथे पे अपने तिलक लगाए आज हम अपने भाग्य सवारें
हो !हमसे धन की देवी रूठे न कभी
डोर सुख चैन की टूटे न कभी
सबको यही देती संदेशा
रौशनी की चादर ओ हड़े दीपावली आयी रे !!!
Nice One....
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